राजस्थान उपचुनाव कांग्रेस-बीजेपी नेताओं के बीच बयानबाज़ी का दौर राजस्थान में उपचुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के बीच जुबानी जंग ने माहौल को गर्मा दिया है। प्रचार के साथ-साथ अब बयानों का सिलसिला भी तीखा होता जा रहा है। इन दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के डांस को लेकर दोनों पार्टियों के नेता आमने-सामने आ गए हैं।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा पर निशाना साधते हुए उनके मंच पर गमछा लहराकर किए गए डांस को “अध्यक्ष पद की गरिमा के विपरीत” बताया। उन्होंने कहा कि एक प्रदेश अध्यक्ष के लिए सार्वजनिक मंच पर इस तरह का आचरण उचित नहीं है। वहीं, राठौड़ ने किरोड़ी लाल मीणा के सांस्कृतिक कार्यक्रम में परंपरागत डांस का समर्थन करते हुए कहा कि यह राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, जबकि डोटासरा का मंच पर किया गया डांस पूरी तरह से असंयमित है।
गहलोत पर ‘फिक्सिंग’ के आरोपों का पलटवार
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बीजेपी पर फिक्सिंग के आरोप लगाने के बाद, मदन राठौड़ ने पलटवार करते हुए गहलोत को “फिक्सिंग के अभ्यस्त” बताया। राठौड़ ने कहा कि गहलोत खुद ही इस प्रकार की राजनीति के लिए जाने जाते हैं और बीजेपी पर इस तरह के आरोप लगाने से उनकी बौखलाहट जाहिर होती है। राठौड़ ने दावा किया कि बीजेपी पूरी ताकत के साथ सभी सात सीटों पर जीत दर्ज करेगी और कहा कि पार्टी में आत्मविश्वास का माहौल है।
बीजेपी में नाराजगी पर राठौड़ का बयान
बीजेपी में टिकट वितरण के बाद पैदा हुए असंतोष पर सवाल उठने के बाद, राठौड़ ने स्पष्ट किया कि कुछ नेताओं में असंतोष टिकट नहीं मिलने के कारण था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मिलकर स्थिति को संभाल लिया है, और अब बीजेपी में कोई असंतोष नहीं है। राठौड़ ने इसे पार्टी की रणनीति का हिस्सा बताते हुए कहा कि सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर चुनाव में सफलता हासिल करने के लिए तैयार हैं।
उपचुनाव में दोनों दलों के नेताओं के बीच यह बयानबाज़ी जहां प्रचार में उबाल ला रही है, वहीं राजनीतिक पंडित यह देख रहे हैं कि इन जुबानी हमलों का चुनावी परिणामों पर क्या असर पड़ेगा।