भिवाड़ी बना देश का सबसे प्रदूषित शहर। दिवाली के पहले राजस्थान की हवा गंभीर रूप से खराब हो रही है। भिवाड़ी जिला, जो दिल्ली और हरियाणा की सीमा से सटा हुआ है, वायु प्रदूषण के मामले में देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। मंगलवार, 29 अक्टूबर को सुबह 10 बजे यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 348 पर पहुंच गया, जो कि बहुत ही चिंताजनक स्थिति है। इसके बाद देश की राजधानी दिल्ली प्रदूषण के मामले में दूसरे स्थान पर है।
भिवाड़ी में प्रदूषण का खतरनाक स्तर
भिवाड़ी में वायु गुणवत्ता बेहद खराब है, जहां पीएम 10 का स्तर 447 तक पहुंच गया। यह स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित मानकों से 19.9 गुना अधिक है। इस प्रदूषण के लिए मुख्य रूप से रीको इंडस्ट्रियल एरिया को जिम्मेदार माना जा रहा है। राजस्थान के कई अन्य शहर भी प्रदूषण की चपेट में हैं, जैसे बीकानेर, जयपुर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, जोधपुर, कोटा, पाली, सीकर, टोंक, और उदयपुर।
वायु प्रदूषण के कारण
राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, मौसमी बदलाव और औद्योगिक गतिविधियों के कारण वायु प्रदूषण में वृद्धि हो रही है। हाल ही में भिवाड़ी में वायु गुणवत्ता में आई गिरावट ने स्थानीय निवासियों में चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि दिवाली के मौके पर आतिशबाजी से स्थिति और बिगड़ सकती है।
दिवाली पर आतिशबाजी की सीमित अनुमति
दिवाली के दौरान वायु प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए, सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में केवल दो घंटे के लिए आतिशबाजी की अनुमति दी है। यह निर्णय इस कारण लिया गया है ताकि प्रदूषण को कम किया जा सके। अनुमान लगाया जा रहा है कि पटाखों के धुएं से वायु प्रदूषण स्तर शहरों में तीन से चार गुना बढ़ सकता है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, सरकार और स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे ठोस कदम उठाएं ताकि प्रदूषण की इस समस्या को नियंत्रित किया जा सके। नागरिकों से भी अपील की जा रही है कि वे इस दौरान अधिक सजग रहें और पर्यावरण की रक्षा में सहयोग दें।