अजमेर, एक अप्रैल। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने नशे व भिक्षावृत्ति से मुक्त अजमेर के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश प्रदान किए। वे गुरूवार को कलक्ट्रेट सभागार में बैठक ले रही थी। इसमें जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित एवं पुलिस अधीक्षक जगदीश चन्द्र शर्मा ने जिले में बाल अधिकार संरक्षण के बारे में जानकारी से अवगत कराया।
बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा कि अजमेर में बच्चों को भिक्षावृत्ति तथा नशे से बचाने के लिए कार्य योजना बनाए जाने की आवश्यकता है। अजमेर को नशे एवं भिक्षावृत्ति मुक्त करने के लिए समस्त स्तरों पर प्रयास होने चाहिए। नशे एवं भिक्षावृत्ति में फंसे बच्चों का सर्वे करवाकर आगे की योजना सुनिश्चित की जाए। इस प्रकार के बच्चों का पुर्नवास आवश्यक है। बच्चों को पुनः इस दिशा में बढ़ने से रोकने के लिए उनके अभिभावकों की काउंसलिंग करवाया जाना चाहिए। नशा मुक्ति केन्द्र के माध्यम से नशे से ग्रसित बच्चों को नया जीवन प्रदान किया जाए।
उन्होंने कहा कि समस्त पुलिस थानों में स्वागत कक्ष का संचालन प्रभावी तरीके से होना चाहिए। स्वागत कक्ष का वातावरण एवं सुविधाएं पीड़ित व्यक्ति को शुकून देने वाली हो। जिले के पुलिस थानों में चाईल्ड लाईन हेल्पलाईन नम्बर 1098 का अंकन सहज दिखने वाले स्थान पर होने चाहिए। साथ ही स्थानीय बाल कल्याण समिति की जानकारी भी अपडेट करवाई जाए। बालक परिस्थितिवश गलत रास्ता पकड़ लेता है। उससे अपराधी की तरह व्यवहार नहीं करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पुष्कर में विद्यालयों को खेल मैदान आवंटित होने तक वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। ड्रॉप आउट बच्चों को पुनः शिक्षा से जोड़ा जाए। विद्यार्थियों को सुरक्षित स्पर्श तथा बुरे स्पर्श के बारे में अवगत कराया जाना चाहिए। समस्त पंचायत समितियों में ब्लॉक स्तरीय तथा ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत स्तरीय बाल सरंक्षण समितियों का गठन किया जाए। गठित समितियां क्षेत्र में कार्य कर बाल अधिकारों का संरक्षण करने की प्रथम सीढ़ी बने।
- Ajmer
- Crime
- Daily News
- Jaipur
- Local News
- अंतरराष्ट्रीय
- खेल
- जीवन शैली
- मनोरंजन
- राजनीति
- रेलवे
- व्यापार
- समाचार
- सांस्कृतिक
- सांस्कृतिक
बैठक में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विद्यार्थियों को समृति चिन्ह प्रदान किया गया। दयानन्द बाल सदन के दयाल सिंह राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हो चुके है। इन्होंने 100 मीटर में स्वर्ण, 200 मीटर में रजत तथा 400 मीटर में कांस्य पदक प्राप्त किया था। इसी प्रकार शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाली पूनम आर्य को भी समृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर आयोग के सदस्य श्री शिव भगवान नागा, डॉ. विजेन्द्र सिंह, श्रीमती नुसरत नकवी, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अंजली शर्मा, बाल अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक रूची मौर्य, सम्प्रेषण गृह के अधीक्षक अभिषेक गुजराती, जिला शिक्षा अधिकारी देवी सिंह कच्छावा, सहायक निदेशक अजय गुप्ता सहित अधिकारी एवं स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधी उपस्थित थे।