दिल्ली का नर्सिंग ऑफिसर जयपुर में जालसाजी का शिकार का एक नर्सिंग ऑफिसर, राजीव कुमार, एक युवती की ऑनलाइन दोस्ती में फंसकर बुरी तरह मुश्किलों में पड़ गया। फेसबुक मैसेंजर के जरिए हुई दोस्ती ने उसे जयपुर बुलाया, जहां राजीव का अपहरण कर लिया गया और उसके साथ मारपीट कर अश्लील वीडियो बनाए गए। साथ ही, 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। इस खौफनाक वारदात ने राजीव के जीवन को हिला कर रख दिया।
फेसबुक पर दोस्ती से शुरू हुई मुसीबत
राजीव कुमार को फेसबुक मैसेंजर पर एक युवती का मैसेज मिला, जिसने दोस्ती की पेशकश की। दोनों के बीच कई दिनों तक चैटिंग होती रही और इस दौरान युवती ने राजीव से आर्थिक मदद मांगी। उसने कहा कि उसके परिवार में कोई कमाने वाला नहीं है और उसे 40-50 हजार रुपये की जरूरत है। राजीव ने मदद का वादा किया और युवती से मिलने के लिए जयपुर जाने का फैसला किया, जहां उसे नकद पैसे देने की बात कही गई।
जयपुर बुलाकर हुआ अपहरण
10 अक्तूबर 2024 की रात, राजीव ने जयपुर के लिए ट्रेन पकड़ी और शहर पहुंचने के बाद, युवती ने उसे प्रताप नगर में मिलने के लिए बुलाया। राजीव ने लोकेशन के अनुसार एक उबर कैब बुक की और दिए गए पते पर पहुंच गया। वहां एक बहुमंजिला इमारत के नीचे युवती ने उसे रिसीव किया और अपने फ्लैट में ले गई। कुछ ही देर बाद, 4-5 युवक फ्लैट में दाखिल हुए और राजीव को गलत काम करने के आरोप में मारपीट करना शुरू कर दिया।
फिरौती और जान बचाने की जद्दोजहद
राजीव को बंधक बनाकर न केवल उसके साथ मारपीट की गई, बल्कि युवती के साथ अश्लील वीडियो भी बनाए गए। बदमाशों ने राजीव से 10 लाख रुपये की मांग की। डरे हुए राजीव ने किसी तरह 1 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए और 5 लाख रुपये नकद देकर अपनी जान बचाई। इस खौफनाक अनुभव ने राजीव को अंदर तक हिला दिया।
पुलिस कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी
घटना के बाद, राजीव ने जयपुर के सदर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। हालांकि, पहले वह पूरी घटना बताने से डर रहा था और सिर्फ अपहरण, मारपीट और लूट की बात कही। पुलिस ने जांच शुरू की और उबर कैब के चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की। हालांकि, कैब चालक का घटना में कोई हाथ नहीं पाया गया। पुलिस ने अब तक एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और युवती समेत अन्य पांच लोगों को नामजद कर दिया है।
ऑनलाइन जालसाजी के बढ़ते खतरे
यह घटना एक बड़ी चेतावनी है कि कैसे सोशल मीडिया पर बनी दोस्ती कभी-कभी खतरनाक मोड़ ले सकती है। राजीव के मामले से यह साबित होता है कि अनजान लोगों पर भरोसा करना कितना खतरनाक हो सकता है। इस घटना ने न केवल राजीव को आर्थिक और मानसिक रूप से आहत किया है, बल्कि यह समाज के सामने ऑनलाइन फ्रॉड और जालसाजी के खतरों को भी उजागर करती है।
निष्कर्ष
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लोगों से दोस्ती करना कितना जोखिमभरा हो सकता है। ऑनलाइन जालसाज और ठग सोशल मीडिया पर भावनाओं का फायदा उठाकर लोगों को शिकार बना सकते हैं। ऐसे में सतर्क रहना और किसी अनजान व्यक्ति के साथ व्यक्तिगत जानकारी या मुलाकात की योजना बनाने से बचना ही सुरक्षित रहता है।