चिकित्सालय जारी करेगा पास, परिजन को रहना होगा क्वारेंटाइन
अजमेर, 7 मई। राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय सहित शहर के तीनों अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों की बेहतर देखभाल तथा भीड़ को कम करने के लिए नई व्यवस्था की गई है। चिकित्सालय में भर्ती गंभीर कोरोना मरीजों के साथ अब सिर्फ एक ही परिजन अटेंडेंट के रूप में रह सकेगा। यह परिजन भी मरीज के भर्ती रहने एवं उसके डिस्चार्ज होने के बाद भी 15 दिन तक होम क्वारेंटाइन रहेगा। ऎसा संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए किया जा रहा है।
जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने बताया कि राज्य सरकार की नई गाईडलाईन की पालना में अब जहां तक संभव होगा, चिकित्सालय में भर्ती कोविड पोजीटिव मरीज के साथ कोई परिजन नही जाएगा। आवश्यकता होने पर चिकित्सालय प्रशासन गंभीर रोगियों के साथ सिर्फ एक ही व्यक्ति को अटेंडेंट के रूप में अनुमति देगा। चिकित्सालय प्रशासन उस परिजन को पास जारी करेगा एवं उसकी सूचना चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करवाई जाएगी। विभाग द्वारा सीक्यूएएस प्रणाली के माध्यम से परिजनों के मूवमेंट की निगरानी की जाएगी। परिजन को 15 दिन के लिए अपने परिवार को आईसोलेट कर होम क्वारेंटाइन करना अनिवार्य होगा।
तीनों चिकित्सालय में 619 मरीज भर्ती
अजमेर, 7 मई। राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय, राजकीय सैटेलाईट चिकित्सालय एवं पंचशील सीएचसी में शुक्रवार को 619 मरीज भर्ती है। इन सभी की 24 घंटे मॉनिटरिंग कर निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार उपचार किया जा रहा है।
चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने बताया कि जेएलएन चिकित्सालय में शुक्रवार को 556 कोरोना मरीज भर्ती है। यहां सभी वेंटीलेटर बैड तथा आईसीयू बैड पर मरीज भर्ती है। राजकीय सैटेलाईट चिकित्सालय में 35 तथा शहरी सीएचसी पंचशील में 28 कोविड मरीज भर्ती है। तीनों चिकित्सालयों में 495 मरीजों को ओपीडी में चिकित्सा परामर्श दिया गया।
जिले में लॉकडाउन की होगी सख्ती से पालना
अजमेर, 7 मई। राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए 10 से 24 मई तक लागू किए गए लॉकडाउन की अजमेर जिले में सख्ती से पालना करवाई जाएगी। इसके लिए पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए।
जिला मजिस्ट्रेट प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण से आमजन को बचाने के लिए 10 से 24 मई तक लॉकडाउन की घोषणा की गई। अजमेर जिले में इसकी सख्ती से पालना करवाई जाएगी। उन्होंने पुलिस अधीक्षक, सभी अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, उपखण्ड अधिकारी, प्रभारी अधिकारी सहित अन्य सभी अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्र में इन आदेशों की सख्ती से पालना करवाएं।
आर.एस. अस्पताल कोटडा को कारण बताओ नोटिस जारी
प्रशासन की जांच में मिली कई खामियां
अजमेर, 7 मई। अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त एवं रेमडीसीविर व ऑक्सीजन उपलब्धता के नोडल अधिकारी अक्षय गोदारा ने कोटड़ा स्थित आर.एस. अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अस्पताल के औचक निरीक्षण में कई खामियां पाई गई है। अस्पताल को 3 दिन में जवाब प्रस्तुत करने को कहा गया है।
एडीए आयुक्त अक्षय गोदारा ने बताया कि उन्होंने जेएलएन अस्पताल की सीनियर प्रोफेसर डॉ. वीना माथुर के साथ आर.एस. अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया तो कई खामियां सामने आई है। अस्पताल में वार्ड बहुत छोटे-छोटे है तथा मरीजों के पलंग पास-पास लगाए गए है। वार्डों में मरीजों के साथ उनके अटेंडेंट की काफी भीड़ पाई गई, जिसके कारण अटेंडेंट में संक्रमण फैलने की पूर्ण संभावना है। चिकित्सालय में अपनी रिपोर्ट में 36 मरीज भर्ती होना बताया है जबकि मौके पर निरीक्षण में 20 मरीज ही भर्ती पाए गए। अस्पताल में 36 मरीजों को भर्ती करने लायक जगह ही नहीं है।
उन्होंने बताया कि चिकित्सालय ने 36 मरीजों के लिए 75 बड़े और 15 छोटे ऑक्सीजन सिलेण्डर की मांग की है। जबकि वहां 20 ही मरीज भर्ती थे। इनमें भी सिर्फ 18 मरीज ही ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। चिकित्सालय द्वारा अनावश्यक रूप से ऑक्सीजन सिलेण्डरों की बढ़ाचढ़ा कर मांग के जरिए प्रशासन पर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। यह महामारी के समय असहयोग को दर्शाता है। गोदारा ने चिकित्सालयों को तीन दिन में जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए