जिले में 15 सीएचसी पर बनाए डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर
अजमेर, 12 मई। कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं रोगियों को उनके घर के पास ही उपचार की सुविधा देने के लिए जिला प्रशासन ने अजमेर जिले में 15 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर डेडीकेटेड कोविड हैल्थ सेन्टर स्थापित करने के निर्देश दिए है। यह कार्यवाही तुरन्त शुरू हो जाएगी। हैल्थ सेन्टर शुरू हो जाने से कोरोना के मरीजों को ऑक्सीजन के लिए लम्बी दूरी तय करने के बजाय उनके निवास से कुछ किलोमीटर पर ही तुरन्त चिकित्सा उपलब्ध हो जाएगी। इन सभी सेन्टर पर कुल 130 ऑक्सीजन बेड उपलब्ध होंगे।
जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि कोरोना के सामान्य श्रेणी के मरीजों को तुरन्त चिकित्सा व ऑक्सीजन उपलब्ध कराने तथा जिले के बड़े अस्पतालों पर सामान्य श्रेणी के कोविड मरीजों का दबाव कम करने के लिए नए कोविड हैल्थ सेन्टर बनाने का निर्णय किया गया है। इसके तहत जिले में 15 स्थानों पर डेडीकेटेड कोविड हैल्थ सेन्टर तुरन्त शुरू किए जाएंगे।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को इन डेडीकेटेड कोविड हैल्थ सेन्टर्स को शीघ्र आरम्भ कराने के साथ-साथ आवश्यक दवाईयां, ऑक्सीजन, रेग्यूलेटर्स, ऑक्सीजन मास्क आदि की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए। अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त को इन सभी सेन्टर्स पर ऑक्सीजन सिलेण्डर रिफिलिंग के लिए निर्देश दिए गए। सभी ब्लॉक सीएमएचओ इन सभी हैल्थ सेन्टर्स से गंभीर मरीजों को उच्च अस्पतालों के लिए रैफरल सुविधा निःशुल्क उपलब्ध करवाएंगे।
यहां बनेंगे डेडीकेटेड कोविड हैल्थ सेन्टर
उन्होंने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पुष्कर में 10, सावर में 10, भिनाय में 5, कादेडा में 5, टांटोटी में 5, बिजयनगर में 15, सरवाड में 10़, टॉडगढ में 5, जवाजा में 5, पीसांगन में 10, रूपनगढ़ में 5, अरांई में 5, मसूदा में 5, श्रीनगर में 5 तथा उप जिला चिकित्सालय नसीराबाद में 30 बैड क्षमता के डेडीकेटेड कोविड हैल्थ सन्टर्स के रूप में तैयार किए जा रहे हैं।
श्वांस रोग विशेषज्ञ भी जुटे है कोरोना की इस लड़ाई में
अजमेर, 12 मई। कोरोना को मात देने के लिए अजमेर के श्वांस रोग विशेषज्ञ कोरोना के मरीजों की सीधी देख रेख कर रहे हैं।
जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने बताया कि कोरोना महामारी से ग्रसित गंभीर व्यक्तियों का जीवन बचाने के लिए चिकित्सालय के श्वांस रोग विशेषज्ञ मरीजों की सीधी देख रेख कर रहे हैं। चिकित्सालय में द्वितीय तल पर मेडीकल आईसीयू के पास स्थित मेल-फिमेल वार्ड कोरोना के गंभीर मरीजों के उपचार के लिए आरक्षित किया गया है। इस वार्ड में भर्ती गंभीर कोरोना मरीजों की सीधी देखरेख श्वांस रोग विशेषज्ञों द्वारा नियमित की जा रही है। विशेषज्ञों द्वारा राउण्ड द क्लॉक नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है। इन विशेषज्ञों की सेवाएं आवश्यकता होने पर अन्य वार्डों में भी उपलब्ध होती है। ये वरिष्ठ श्वांस रोग विशेषज्ञ चिकित्सालय द्वारा गठित ऑक्सीजन तथा एडमिशन कमेटी के सदस्य भी है।
उन्होंने बताया कि चिकित्सालय के इस वार्ड में वर्तमान में 40 गंभीर रोगी भर्ती है। चिकित्सालय में बाईपेप व वेंटीलेटर पर 24, हाईफ्लो ऑक्सीजन पर 16 तथा ऑक्सीजन कन्सनटे्रटर पर 74 मरीज भर्ती है। कोरोना के मरीजों को राहत प्रदान करने के लिए जेएलएन के साथ-साथ पंचशील सीएचसी एवं सैटेलाईट चिकित्सालय में भी कोरोना के मरीजों को भर्ती करने की सुविधा उपलब्ध है। जेएलएन चिकित्सालय में 589, आदर्श नगर स्थित राजकीय सैटेलाईट चिकित्सालय में 34 तथा पंचशील अरबन सीएचसी में 33 कोविड मरीज भर्ती है। तीनों डेडीकेटेड कोविड सेन्टर पर ओपीडी में प्रतिदिन कोरोना व आईएलआई मरीजों का उपचार किया जा रहा है। बुधवार को तीनों सेन्टरों के ओपीडी में 544 मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श दिया गया। इन चिकित्सालयों में पोस्ट कोविड रोगियों का उपचार भी सुनिश्चित किया जा रहा है।
घर-घर सर्वे अभियान
21 हजार घरों में हुआ सर्वे, मिले 1100 मरीज
अजमेर, 12 मई। बुखार, जुकाम एवं खांसी के मरीजों को चिन्हित करने के लिए चलाए जा रहे घर-घर सर्वे अभियान में बुधवार को जिले में 21538 घरों का सर्वे हुआ। सर्वे किए गए घरों में 1162 मरीज पाए गए।
जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि जिले में घर-घर सर्वे अभियान का द्वितीय चरण आयोजित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत बुधवार को 21538 घरों का सर्वे किया गया। इनमें से 1011 घरों में 1162 मरीज पाए गए। चिन्हित मरीजों को 1057 मेडिकल किट वितरित किए गए। अजमेर शहरी क्षेत्र में 3880 घरों के सर्वे में 188 घरों में 203 मरीज पाए गए। इन्हें 192 मेडिकल किट वितरित किए गए।
उन्होंने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी सर्वे अभियान का द्वितीय चरण चल रहा है। बुधवार को उपखण्ड क्षेत्र नसीराबाद में 2207 घरों के सर्वे में 29 घरों में 20 मरीज पाए गए। इन्हें मेडिकल किट उपलब्ध करवाए गए। पुष्कर क्षेत्र के 950 घरों में से 45 घरों में 48 मरीजों को मेडिकल किट दिए गए। ब्यावर उपखण्ड क्षेत्र के 8089 घरों का सर्वे हुआ। इनमें से 359 घरों में 478 मरीजों का चिन्हीकरण कर 332 व्यक्तियों को मेडिकल किट प्रदान किए गए। पीसांगन क्षेत्र में 3670 घरों के सर्वे में पाए गए 301 मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध करवाए गए। किशनगढ़ क्षेत्र में 2742 घरों में से 89 घरों में 112 मरीजों के पाए जाने पर 78 किट वितरित किए।