अजमेर सांसद भागीरथ चौघरी को किशनगढ शहरी क्षेत्र के विभिन्न वाशिंदों, व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों आदि ने समय-समय पर जनसुनवाई के दौरान किशनगढ स्थित पूराने रेल्वे स्टेशन परिसर में रिक्त पड़ी भूमि पर उपनगरीय रेल्वे स्टेशन के निर्माण के साथ-साथ मॉल निर्माण, मार्केट निर्माण एवं अतिरिक्त नवीन आरक्षण केन्द्र के संचालन की मांग की जाती रही हैं जिस पर सांसद चौधरी ने केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, रेल्वे बोर्ड के चैयरमेन एवं महाप्रबंधक उत्तर पश्चिमी रेल्वे जयपुर को पत्र लिखकर इस विषय पर आवश्यक सक्षम स्वीकृति रेल्वे मंत्रालय से जारी कराने की महत्ती आवश्यकता बताई और पत्र के माध्यम से उन्हें अवगत कराया कि संसदीय क्षेत्र अजमेर में स्थित विश्वविख्यात एवं औद्योगिक मार्बल नगरी किशनगढ का नवीन रेलवे स्टेशन जो वर्ष 2018 से संचालित है। वर्तमान नगरीय क्षेत्र की मुख्य आबादी 2.50 लाख से लगभग 7 से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जबकि दिल्ली-मुबंई फ्रेट कॉरिडोर (दिल्ली-मुबंई माल भाडा गलियारा) योजना के निर्माण के पूर्व किशनगढ में संचालित रेलवे स्टेशन मुख्य आबादी क्षेत्र के बीच एवं मार्बल औद्योगिक क्षेत्र के समीप स्थापित था। वर्तमान नगरीय क्षेत्र की 90 प्रतिशत आबादी को इस नये रेल्वे स्टेशन के संचालन के पश्चात से ही काफी असुविधाओं का सामना करना पड रहा है। वहीं शहरी क्षेत्र के दूसरी छोर पर जयपुर रोड पर चिडिया बावडी के पास नवीन बस स्टेण्ड संचालित है जो वर्तमान नवीन रेल्वे स्टेशन से लगभग 8-9 कि.मी. दूर है। जबकि पुराना रेलवे स्टेशन मात्र 1-2 कि.मी. की दूरी पर स्थित था। इस प्रकार नवीन रेल्वे स्टेशन पर आने-जाने वाली नगरीय आबादी को वर्तमान में अनावश्यक श्रम, समय एंव टैक्सी भाडा का आर्थिक भार वहन करना पड रहा हैं। तो दूसरी और समुचित यातायात साधनों के अभाव में उक्त नवीन रेल्वे स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों को यात्रा कर किशनगढ नगरीय क्षेत्र मे स्थित विभिन्न कॉलोनियों जैसेः- मित्र निवास, इन्द्रानगर, चैनपुरिया, शिवाजी नगर, नया-शहर, एंव पुराना शहर आदि स्थानो पर आने जाने में अत्यन्त कठिनाईयों का सामना करना पड रहा हैं। साथ ही आस-पास के 40-50 कि.मी. मे स्थित ग्रामों के ग्रामवासियों का तो उक्त स्टेशन पर आवागमन दुश्वर सा हो गया हैं।
पूर्व में किशनगढ (अजमेर) स्थित पूराना रेल्वे स्टेशन नगर के मध्य में स्थित था जहॅा पर शहरी क्षेत्र के वाशिन्दांे , व्यापारियों एंव आने-जाने वाले आस-पास के 60-70 किलोमीटर तक के उपखण्ड वासियों को काफी सुविधापुर्वक आवागमन उपलब्ध था। लेकिन दिल्ली-मुबंई फ्रेट कॉरिडोर (दिल्ली-मुबंई माल भाडा गलियारा) योजना के चलते उक्त रेल्वे स्टेशन को अन्यत्र शिफ्ट किये जाने के पश्चात उक्त स्थान पर वर्तमान में रेलवे की उक्त भूमि बडेे स्तर पर खाली पडी हुई हैं। जहां पर रेल मंत्रालय नगरीय क्ष़्ोत्र की आवश्यकताओं को मध्यनजर रखते हुए नवीन उपनगरीय रेलवे स्टेशन की स्थापना, उपलब्ध खाली जमीन पर मॉल निर्माण एवं अतिरिक्त नवीन रेलवे आरक्षण केन्द्र की स्थापना जैसे कार्यो की महत्ती स्वीकृति जारी कर स्थानीय वाशिंदो, व्यापारियों, मजदूरों, उद्यमियों एवं विद्यार्थियों को राहत प्रदान करा सकता हैं। चूंकि, गत 15-18 वर्षो में किशनगढ नगरीय आबादी में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है जिस कारण आज किशनगढ की आबादी से राज्य के 20 जिला मुख्यालय भी पिछडे हुये है और भविष्य में भी यहां औद्योगिक, व्यापारिक गतिविधियों के चलते जनसंख्या का विस्तार सुनिश्चित है अतः औधोगिक, मार्बल एंव हाईवे नगरी किशनगढ (अजमेर) में भी राज्य के महानगरों जैसे जयपुर में स्थित गांधीनगर ,कनकपुरा, जगतपुरा तथा अजमेर में स्थित मदार, आदर्शनगर, दौराई आदि स्थित उपनगरीय रेल्वे स्टेशन जैसा एक नवीन उपनगरीय रेल्वे स्टेशन पूर्व संचालित रेल्वे स्टेशन किशनगढ परिसर में ही निर्मित किये जाने के साथ-साथ उपलब्ध खाली जमीन पर मॉल निर्माण एवं अतिरिक्त नवीन रेलवे आरक्षण केन्द्र खुलवाने की विभागीय कार्यवाही कराते हुये रेल मंत्रालय, भारत सरकार एंव राज्य स्तरीय रेल्वे उच्चाधिकारीयों से सक्षम स्वीकृति जारी करावें। ताकि नगर की मुख्य आबादी एंव आमजन को रेल्वे यात्रा के सुगम आवागमन की सुविधा का अधिकाधिक लाभ स्थानीय स्तर पर मिल सकें।
निजि सचिव माननीय सांसद, अजमेर द्वारा।