अजमेर, 26 अप्रैल। अजमेर जिले में कोरोना महामारी संक्रमण से बचाव के जारी संघर्ष में राहतभरी खबर है। जिले में कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन और सिलेण्डरों की कोई कमी नहीं है। जिले की प्रतिदिन की खपत से ज्यादा ऑक्सीजन एवं सिलेण्डर स्टॉक में उपलब्ध हैं। संभाग के सबसे बड़े राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में आवश्यकता से अधिक ऑक्सीजन व सिलेण्डर मिल रहे हैं। इसके साथ ही आपातकालीन परिस्थितियों के लिए बफर स्टॉक भी पर्याप्त मात्रा में रखा गया है।
अजमेर जिले में ऑक्सीजन की आपूर्ति एवं स्टॉक के लिए नियुक्त प्रभारी तथा पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग के अतिरिक्त महानिरीक्षक भगवत सिंह राठौड़ ने बताया कि अजमेर जिले के विभिन्न अस्पतालों में वर्तमान में प्रतिदिन करीब 2770 ऑक्सीजन सिलेण्डरों की खपत हो रही है। इसके एवज में रविवार को 3003 सिलेण्डरों की विभिन्न स्थानों से आपूर्ति हुई। इसमें सबसे ज्यादा खपत संभाग के सबसे बड़े जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में है। जिले में कोविड महामारी से पीड़ित मरीजों की ऑक्सीजन आवश्यकताओं से ज्यादा ऑक्सीजन एवं सिलेण्डर उपलब्ध हैं। मरीजों एवं अस्पतालों को किसी भी तरह से परेशान होने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में प्रतिदिन 1800 से 2250 सिलेण्डरों की आवश्यकता है। जबकि चिकित्सालय को प्रतिदिन 2500 से ज्यादा सिलेण्डर उपलब्ध कराए जा रहे है। इनमें अजमेर गैसेज से करीब 1200, गुलजग एयर प्रोडक्ट से करीब 800 ऑक्सीजन सिलेण्डर प्रतिदिन दिए जा रहे है। इसके अलावा चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा के निर्देश पर जयपुर से प्रतिदिन 400 एवं श्री सीमेंट पाली की ओर से 100 से अधिक ऑक्सीजन सिलेण्डर चिकित्सालय को मिल रहे है।
श्री राठौड़ ने बताया कि जिले में आपातकालीन ऑक्सीजन आवश्यकताओं से जूझने के लिए बफर स्टॉक उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन एवं सिलेण्डर पर्याप्त मात्रा में है। किसी भी तरह की परेशानी वाली बात नहीं है। जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं जिले में ऑक्सीजन आवश्यकताओं की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जा रही है। औद्योगिक सिलेण्डरों के अधिग्रहण की कार्यवाही भी लगातार जारी है।
बड़ी खबर
सैटेलाइट और पंचशील अब होंगे डेडीकेटेड कोविड हॉस्पीटल
बुधवार से शुरू होगी कोरोना के कम गंभीर मरीजों की भर्ती
जेएलएन अस्पताल होगा क्रिटिकल केयर हॉस्पीटल
अजमेर, 26 अप्रैल। कोरोना संक्रमण की गंभीर होती स्थिति और कोरोना मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय ने बड़ा फैसला किया है। अब अजमेर शहर के दोनो कोनों पर स्थित सैटेलाईट अस्पताल व पंचशील सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को डेडीकेटेड कोविड हॉस्पीटल के रूप में विकसित किया जाएगा। यह सुविधा 28 अप्रैल बुधवार से शुरू कर दी जाएगी। इसके साथ जेएलएन अस्पताल को विशुद्ध रूप से क्रिटिकल केयर हॉस्पीटल के रूप में विकसित किया जाएगा। जहां पूरे संभाग से कोरोना के गंभीर रोगियों को उपचार मिलेगा।
राजकीय जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने बताया कि वर्तमान में जेएलएन में पूरे संभाग के कोविड मरीजों के लिए 24 घंटे आउटडोर, इन्डोर तथा टेस्टिंग की सुविधा नियमित दी जा रही है। मरीजों की बढ़ती संख्या एवं उनकी सुविधा के लिए आदर्शनगर स्थित राजकीय सैटेलाईट चिकित्सालय तथा पंचशील स्थित शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को डेडीकेटड कोविड हॉस्पीटल के रूप में तैयार किया जा रहा है। यहां बुधवार 28 अप्रैल से सुविधाएं शुरू कर दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में कोविड के 80 प्रतिशत मरीज या तो बिना लक्षण हैं या माईल्ड सिम्प्टोमेटिक है, जिन्हें होम क्वेरेंटाईन किया जा रहा है तथा वे सभी ठीक हो रहे हैं। इन सभी 80 प्रतिशत मरीजों को सामान्यतया ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ रही है। इसी तरह 17 प्रतिशत मरीज मोडरेट बीमारी के होते हैं, जिनका लो फ्लो ऑक्सीजन पर घर पर या सामान्य चिकित्सालय में इलाज किया जा सकता है। शेष 3 प्रतिशत मरीजों को गंभीर किस्म के लक्षण होते हैं तथा कॉम्प्लीकेशन होने का डर रहता है। इन 3 प्रतिशत मरीजों का उपचार क्रिटिकल हॉस्पीटल में किया जाता है। जिसमें समस्त गंभीर रेफर्ड केसेस भी शामिल है।
डॉ. जैन ने बताया कि सैटेलाइट और पंचशील सीएचसी में शुरू होने जा रहे डेडीकेटेड कोविड हॉस्पीटल में भी पूर्ण सुविधा रहेगी। इनमें मरीजों के लिए ओपीडी, जांच व एडमिशन की सुविधा रहेगी। भर्ती मरीजों को सभी सुविधाएं, ऑक्सीजन तथा जरूरत पड़ने पर वैंटीलेटर की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। आरटीपीसीआर की टेस्टिंग भी दोनो केन्द्रों पर उपलब्ध रहेगी।
इन नवाचारों से जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय पर अनावश्यक दबाव कम होगा तथा गंभीर मरीजों की देखभाल में गुणात्मक सुधार हो सकेगा। दोनो डेडीकेटेड कोविड हॉस्पीटल तैयार होने से शहर में कोविड बैड की संख्या भी बढ़ जाएगी। इससे शहर तथा संभाग के मरीजों को अधिक लाभ हो सकेगा।
चिकित्सा मंत्री ने भेजे 300 पीपीई किट
अजमेर, 26 अप्रैल। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में दिन रात काम कर रहे चिकित्साकर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने अजमेर के लिए 300 पीपीई किट भिजवाएं हैं। चिकित्सा मंत्री की ओर से लेकर भेजा गया वाहन आज अजमेर पहुंचा।
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मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. सोनी ने बताया कि चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने अजमेर के लिए 300 पीपीई किट भिजवाएं है। पीपीई किट के वाहन को आज अजमेर में सीएमएचओ डॉ. सोनी, अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ. सम्पत सिंह जोधा सहित अन्य चिकित्सा अधिकारियों ने रिसीव किया।
उन्होंने बताया कि चिकित्सा मंत्री लगातार अजमेर चिकित्सा व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। हाल ही में उनके द्वारा चिकित्सा मंत्री हैल्पडेस्क शुरू की गई है। इस डेस्क पर कोरोना से संबंधित विभिन्न जानकारियां एवं सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है। इसी तरह चिकित्सा मंत्री के स्तर पर अजमेर के लिए ऑक्सीजन सिलेण्डर भी प्रतिदिन उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।