अजमेर न्यूज़ दरगाह विवाद पर दिखी समाज की एकजुटता अजमेर स्थित विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में जारी विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। दरगाह के खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सैयद सरवर चिश्ती द्वारा हाल में दिए गए बयानों के विरोध में दरगाह की दूसरी संस्था और कुछ खादिम सामने आए थे, जिन्होंने उनके बयानों को विवादास्पद बताते हुए अपना आक्रोश प्रकट किया था। लेकिन अब अजमेर में मुस्लिम एकता मंच उनके समर्थन में उतर आया है, जिससे यह मामला और भी अहम हो गया है।
मुस्लिम एकता मंच ने दिया सरवर चिश्ती का साथ
मुस्लिम समाज की प्रमुख संस्था, मुस्लिम एकता मंच, ने सैयद सरवर चिश्ती के बयानों का समर्थन करते हुए कहा है कि जो भी समाज के मुद्दों को साहसिक तरीके से उठाएगा, मुस्लिम समाज उनके साथ खड़ा रहेगा। अजमेर के मैजेस्टिक होटल में मुस्लिम एकता मंच के बैनर तले आयोजित बैठक में समाज के विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधि एकत्र हुए। इस दौरान उन्होंने एकजुटता का संदेश देते हुए समाज के मुद्दों पर निष्पक्ष और मुखर आवाज बुलंद करने वाले प्रतिनिधियों का समर्थन किया।
बैठक में समाज की एकजुटता और राजनीति पर निंदा
बैठक में मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने समाज के मुद्दों पर राजनीति करने वाले लोगों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग समाज को एकजुट होने से रोकने का प्रयास कर रहे हैं, जो गलत है। समाज के प्रतिनिधियों ने अंजुमन सचिव सरवर चिश्ती पर हो रही बयानबाजी और विरोध पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सरवर चिश्ती सूफी संत ख्वाजा साहब की दरगाह और मुस्लिम समाज से संबंधित मुद्दों पर बेबाकी से बात रख रहे हैं, और अजमेर का पूरा मुस्लिम समाज इन मुद्दों को लेकर उनके साथ खड़ा है।

दरगाह विवाद पर समाज का समर्थन
बैठक के बाद मुस्लिम एकता मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि सरवर चिश्ती मुस्लिम समाज और मोहम्मद साहब को लेकर की जा रही अनर्गल टिप्पणियों और सूफी संत ख्वाजा साहब की दरगाह से संबंधित मुद्दों पर स्पष्टता से समाज का पक्ष रख रहे हैं। समाज ने यह भी कहा कि दरगाह को लेकर हो रही गलतफहमियों और अनर्गल टिप्पणियों के खिलाफ लड़ाई में वे चिश्ती के साथ खड़े हैं।
समाज को संदेश: एकता और समर्थन के साथ उठाएं आवाज
इस बैठक ने साफ कर दिया है कि समाज के मुद्दों को उठाने और दरगाह के सम्मान की रक्षा करने वालों का साथ देने में मुस्लिम समाज पीछे नहीं हटेगा।