अजमेर में मेघ हुए मेहरबान किन्तु नालों ने अपनी ताकत दिखाई और प्रशासन को मजबूर किया पर करोड़ों डकार खाकर भी ईन को बदहजमी नहीं हो रही प्रशासन आंखों देखकर भी अनदेखी करने से बाज नहीं आ रहा।
कानुन का डंका यु पी में बज रहा है कानून में संशोधन किया जा रहा है जबकि यहां ऐसा नही लचीलापन का फायदा उठाकर मौज उडा रहे।
आम पब्लिक पिस रही , सरकार अपसरो पर मेहरबान, सरकारी कर्मचारियों कि जवाबदेही नहीं होने से देश को अरबों रुपए का चुना लगाने में कामयाब।
ब्रेकर बने मरीज तैयार करने कि दवा जिससे आमजन हो रहा दुखी , खडों से मोत, मां धरती को जगह जगह से चिर परिचित अंदाज में तोड़फोड़ कर रोने पर मजबूर करने कि कौई कसर नहीं छोड़ी।
डांक्टर के लिए भी बने आफत, छोटी-छोटी बिमारी भी हजारों का बिल बना रहे हैं, और गौरमेन्ट के लगा रहे चुना।आम वर्ग हैरान।