कृषि विभाग ने किए किसान हित के कार्य।
अजमेर, 4 दिसम्बर। कृषि विभाग द्वारा वर्तमान सरकार के 3 वर्षों के दौरान कृषकों के उन्नयन तथा कृषि सुविधाओं में वृद्धि के लिए बेहतरीन कार्य किया गया।
कृषि विभाग के उप निदेशक श्री जितेन्द्र सिंह शक्तावत ने बताया कि वर्तमान सरकार के 3 वर्षों में कृषकों की स्थिति में परिवर्तन लाने के लिए कई कार्य किए गए है। सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले अनुदान, कृषि यंत्रों एवं सुविधाओं के माध्यम से किसानों के जीवन स्तर में बदलाव लाने की कोशिश की गई है। फार्म पॉण्ड, जल हौज, सिंचाई पाईप लाईन, कृषि यंत्र, फसल प्रदर्शन, बीज मिनीकिट, जिप्सम वितरण तथा विद्यार्थी छात्रवृत्ति से कृषकों को लाभान्वित किया गया है।
उन्होंने बताया कि वर्षा के पानी को इकठ्ठा कर सिंचाई के काम लेने के उद्देश्य से जिले में 743.23 लाख की लागत से 1287 फार्म पॉण्ड का निर्माण कृषकों के खेतों पर पूर्ण कराकर लाभान्वित किया गया। इसके परिमाणस्वरुप वर्षा जल का संरक्षण कर भूमिगत जल स्तर में वृद्धि हुई है। वर्षा के अभाव में संग्रहित जल से जीवन रक्षक सिंचाई के रुप में उपलब्ध होकर उत्पादन सुनिश्चित हुआ। साथ ही रबी की फसल के दौरान सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो सका।
उन्होंने बताया कि ट्यूबवैल या कुए के जल को हौज में एकत्रित कर जरुरत के समय सिंचाई के लिए काम में लेने जाने के उद्देश्य से 40.13 लाख की लागत से 47 जल हौज का निर्माण करवाकर कृषकों को लाभान्वित किया गया। इसी प्रकार ट्यूबवैल या कुए से खेत तक बिना छीजत के पानी पहुचाने के उद्देश्य से 409.13 लाख की लागत से 812 किमी की पाईप लाईन कृषकों के खेतों पर लगाई गई। उन्नत कृषि यंत्रों के उपयोग से समय व श्रम की बचत के उद्देश्य से 513 कृषि यंत्रों पर कृषकों को 82.68 लाख का अनुदान दिया गया।
उन्होंने बताया कि फसल उत्पादन की उन्नत विधियों एवं नवीनतम तकनीकी किसानों तक पहुचानें के लिये कृषकों के खेत पर 24979 हैक्टर क्षेत्र में प्रदर्शनों का आयोजन कर 826.40 लाख की वित्तीय प्रगति अर्जित की गई। कमजोर वर्ग के कृषकों को मिनिकिट के माध्यम से बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की गई। जिले में महिला कृषकों को 70788 मिनिकिट उपलब्ध करवाए गए। इसी प्रकार क्षारीय भूमि सुधार के लिए 21.14 लाख की लागत से 1975 मैट्रिक टन जिप्सम कृषकों को अनुदान पर उपलब्ध कराई गई। छात्राओं को कृषि विषय में अध्ययन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्यढढढ से जिले में 1006 छात्राओं को 75.40 लाख