अजमेर। दरगाह थाना पुलिस और सीआईडी की संयुक्त टीम ने ऑपरेशन ‘एरिया डोमिनेशन‘ के तहत एक बांग्लादेशी युवक को गिरफ्तार किया है, जो पिछले एक महीने से अवैध रूप से अजमेर में रह रहा था। पकड़े गए युवक की पहचान ढाका, बांग्लादेश के सैयफुल होसेन सुमोन (20) के रूप में हुई है। सुमोन बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेश से भारत में दाखिल हुआ और दरगाह क्षेत्र में मजदूरी करते हुए अपनी पहचान छुपाए हुए था।
गिरफ्तारी का पूरा घटनाक्रम
अजमेर एसपी वंदिता राणा के निर्देशन में चलाए जा रहे ऑपरेशन ‘एरिया डोमिनेशन’ के तहत दरगाह थाना पुलिस और सीआईडी ने एक विशेष टीम का गठन किया। अभियान के दौरान दरगाह क्षेत्र में एक संदिग्ध युवक की गतिविधियों की सूचना मिली, जिसके आधार पर पुलिस ने मंगलवार को कार्यवाही की। युवक मजदूरी करता पाया गया और पूछताछ में उसने संतोषजनक उत्तर नहीं दिए, जिसके बाद पुलिस ने उसके पास से बांग्लादेशी दस्तावेज बरामद किए।
कैसे पहुंचा भारत में?
दरगाह थानाधिकारी नरेंद्र जाखड़ ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में सैयफुल होसेन ने स्वीकार किया कि वह एक महीने पहले सीमा पर लगे तारों के नीचे से भारत में दाखिल हुआ था। उसके अनुसार, वह दरगाह की जियारत करने और मजदूरी के लिए यहां आया था। पहचान छुपाने के उद्देश्य से सुमोन खानाबदोश की तरह रह रहा था ताकि पुलिस या अन्य एजेंसियों की नजर से बच सके।
अलवर डिटेनिंग सेंटर भेजने की तैयारी
पूछताछ के बाद सैयफुल को अलवर स्थित डिटेनिंग सेंटर भेजा जाएगा। पुलिस उसके इस कृत्य में किसी अन्य के शामिल होने की संभावना की भी जांच कर रही है। इसके अतिरिक्त, पुलिस और सीआईडी की संयुक्त टीम अजमेर के दरगाह क्षेत्र में रोहिंग्या और अन्य संदिग्ध प्रवासियों पर भी नजर रख रही है, ताकि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को रोका जा सके।
दरगाह क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
अजमेर का दरगाह क्षेत्र संवेदनशील स्थानों में आता है, और यहां हर साल बड़ी संख्या में लोग आते हैं। पुलिस द्वारा चलाए जा रहे इस तरह के अभियानों का उद्देश्य क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को रोकना और क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना है।