गिरधारी पुत्र बिरदा गुर्जर के लिए प्रशासन आया द्वार, दूर हुआ अंधकार,।
अजमेर, 12 नवम्बर। प्रशासन गांवों के संग अभियान का शिविर उजाले का संदेश लेकर आया। पचास वर्षीय गिरधारी ने शिविर प्रभा परसाराम सैनी एवं विधायक सुरेश टांक के समक्ष बताया कि वह श्रमिक हूँ और बीपीएल में चयनित है। उसके दो पुत्र है, बडा पुत्र लक्ष्मण बीए अंतिम वर्ष में अध्ययनरत है एवं छोटा पुत्र कक्षा 9 में स्थानीय सरकारी विद्यालय में अध्ययनरत है। घर में बिजली कनेक्शन नहीं होने से बालकों की पढाई बाधित रहती है। बच्चे रात्रि में पडोस में जाकर अध्ययन करते हैं। अभी पढ़ाई में बिजली कनेक्शन नहीं होना एक बडी बाधा है। शिविर प्रभारी ने बिजली विभाग के एईएन श्री महेश चौहान को बिजली कनेक्शन के लिए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। इस पर विभाग द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए प्रार्थी से आवश्यक दस्तावेज प्राप्त कर हाथों हाथ निःशुल्क बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराया।
शिविर में उपस्थित विधायक सुरेश टांक एवं शिविर प्रभारी परसा राम सैनी द्वारा विद्युत मीटर प्रदान किया गया। बिजली विभाग के कर्मचारियों ने तुरंत उसके घर पहुंच कर वर्षों के अंधकार को दूर करते हुए श्री गिरधारी के घर को रोशन किया। अपने घर को रोशन देख गिरधारी की आंखों में भी चमक आ गई। उन्होने सरकार के इस अभियान की प्रंशसा करते हुए प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया।
प्रशासन पहुँचा द्वार भाईचारा रहा बरकरार
अजमेर, 12 नवम्बर। ग्राम बांदरसिंदरी के रामगोपाल शर्मा, हरिनारायण शर्मा एवं शर्मा के परिवार ने शिविर प्रभारी श्री परसाराम सैनी के समक्ष उपस्थित होकर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि तीन परिवारों के पन्द्रह भाईयों की 3.1412 हैक्टेयर कृषि भूमि के आपसी सहमति से विभाजन के लिए लंबे समय से प्रयासरत हैं। कृषि भूमि के पृथक-पृथक खसरे एवं खेतों का सीमांकन नहीं होने से बुआई-जुताई के समय परेशानी रहती है। श्री महेश चन्द जो की स्वयं वार्ड पंच है ने बताया कि तीनों परिवार के कुछ सदस्य कोटा, दूदू, किशनगढ, अहमदनगर महाराष्ट्र में रहते है। अतएव सभी के एकत्र होने एवं सहमति बनाने में समस्याएं आती रही है। मुख्यमंत्री के प्रशासन गांवों के संग अभियान की जानकारी मिली तो सभी भाईयो में एक आशा की किरण जगी। पूर्व के गांवों में आयोजित शिविरों की सफलता को देखते हुए आश्वस्त भी थे कि शिविरों में त्वरित गति से कार्य का निस्तारण होता है। ये शिविर बहुत सार्थक रहे है। इसलिए सभी भाईयों से संपर्क साधकर ये जानकारी दी तो सभी ने एक स्वर में सहमति प्रकट की। शिविर में उपस्थित होने का मानस बनाया। आज सभी पन्द्रह खातेदार शिविर में उपस्थित हुए। शिविर प्रभारी श्री परसाराम सैनी ने तत्काल तहसीलदार मोहन सिंह राजावत को प्रकरण के निस्तारण आदेश दिए। गिरदावर व पटवारी द्वारा खातेदारों के खसरा न 1214 रकबा 3.3412 हैक्टेयर का विभाजन प्रस्ताव तैयार किया। विभाजन के आदेश जारी किए गए। खातेदारों ओमप्रकाश, छुटटनलाल, महेशचंद, सुरेश कुमार हनुमान प्रसाद पुत्र रामगोपाल, घनश्याम, नंदकिशोर, मुकेश, राजेन्द्र, रामरतन, विष्णु पुत्र श्रीधर को शिविर में उपस्थित विधायक सुरेश टांक के द्वारा बंटवारा आदेश की प्रति प्राप्त हुआ। उन्होंने सरकार के इस अभियान की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए प्रशासन का आभार व्यक्त किया ।
मीनू के नाम का हुआ शुद्धिकरण
अजमेर, 12 नवम्बर। प्रशासन गांवों के संग अभियान शिविर ग्राम पंचायत गगवाना में मीनू पुत्री बुन्दू अली का नाम गलती से शामे खातून दर्ज हो गया। शिविर में प्रकरण धारा 88 घोषणात्मक वाद में दर्ज किया गया। पूर्व के रिकार्ड व सह-खातेदारों के बयान के आधार पर मीनू पुत्री बुन्दू अली सही नाम दर्ज किया गया।
नाम सही होने पर मीनू पुत्री बुन्दू अली खुशी से फूली नहीं समाई। राज्य सरकार को बहुत बहुत धन्यवाद दिया। मीनू के पिता का देहान्त काफी वषोर्ं पूर्व ही हो चुका था। मीनू काफी वर्षों से परेशान हो रही थी। नाम सहीं नहीं होने से उसे बालिक का नामान्तरकरण, जाति व मूल निवास व प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि आदि सभी कार्य रुके हुए थे। शिविर में उसका नाम सही होने पर उसके प्रशासन को कोटि कोटि धन्यवाद दिया।
दिव्यांग को मिला सरकारी योजनाओं का सहारा
अजमेर, 12 नवम्बर। प्रशासन गांवो के संग अभियान 2021 के तहत ग्राम पंचायत देवलिया कलां में प्रार्थी घीसू पिता राजू दो व्यक्तियों के सहारे से शिविर प्रभारी के समक्ष उपस्थित हुआ। शिविर प्रभारी ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रतिनिधि राजकुमार शर्मा को दिव्यांग को से लाभान्वित करने के लिए निर्देशित किया। शर्मा ने त्वरित कार्यवाही करते हुए प्रार्थी के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को योजनाओं का पिटारा खोल दिया। प्रार्थी का दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी करवाकर दिव्यांग पेशंन व प्रार्थी के दो बच्चों के लिए पालनहार पेंशन की प्रक्रिया शुरू कर दी। साथ ही प्रार्थी के लिए व्हीलचेयर व स्वरोजगार योजना में ऋण दिलाने के लिए भी चिन्हित किया गया। इस कार्यवाही से प्रार्थी पूरी तरह से संतुष्ट हुआ।