मोबाईल वेन को किया रवाना
ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाएगा जागरूक।
अजमेर, एक दिसम्बर। प्रधानमंत्री फसल बीमा के सम्बन्ध में जागरूता पैदा करने के लिए बुधवार को जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. गौरव सैनी ने मोबाईल वैन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया ।
कृषि विभाग के उप निदेशक जितेन्द्र सिंह शक्तावत ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आगामी 7 दिसम्बर तक फसल बीमा सप्ताह कार्यक्रम मनाया जा रहा है। इसमें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार एवं योजना की जानकारी किसानों को देने के उद्देश्य से योजना के फ्लेगस, लीफलेट, पोस्टर, बैनर व बुकलेट से सुसज्जित 4 मोबाईल वेन को जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. गौरव सैनी ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। ये मोबाईल वेन जिले के सभी गांवों में भ्रमण कर कृषकों को योजना की जानकारी प्रदान करेगी। साथ ही उन्होंने कृषकों से योजना का लाभ उठाने का आह्वान किया। मोबाईल वेन में इलेक्ट्रोनिक मीडिया के माध्यम से स्थानीय भाषा में कृषकों को फसल बीमा की उपादेयता के बारे में जागरूक किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अजमेर जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के क्रियान्वयन के लिए बजाज एलाईन्ज जनरल इन्श्योरेंश कम्पनी रबी 2021-22 में कार्य रही है। इसका टोल फ्री नम्बर 18002095959 है। योजना के अन्तर्गत वर्ष 2021-22 में फसली ऋण लेने वाले कृषक, गैर ऋणी कृषक एवं बटाईदार कृषकों द्वारा फसलों का बीमा करवाा जा सकेगा। इसकी अन्तिम तिथी 31 दिसम्बर है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत जले में जौ, जीरा, चना, सरसों, तारामीरा एवं गेहूं फसलें संसूचित है। परिस्थितिवश फसल परिवर्तित करने पर कृषक 29 दिसम्बर तक अपनी बैंक शाखा को आवश्यक रूप से सूचना देकर फसल परिवर्तन कर सकते है।
उन्होंने बताया कृषकों द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में फसल बीमा करवाना पूर्णयता स्वेच्छिक है। ऋणी कृषकों को योजना से पृथक रहने के लिए नामांकन की अंतिम से 7 दिवस पूर्व (रबी के लिए 24 दिसम्बर 2021) तक संबधित वित्तीय संस्था में इस बाबत घोषणा पत्र प्रस्तुत करना होगा। घोषणा पत्र संबधित बैंक शाखा में उपलब्ध होगा। कृषकों द्वारा घोषणा पत्र नहीं देने पर योजना में सम्मिलित माना जाएगा।
इस अवसर पर कृषि विभाग के सहायक निदेशक आरती यादव, डॉ. प्रेम चंद वर्मा, कृषि पर्यवेक्षक राजेश भोगावत तथा कम्पनी प्रतिनिधि बाबूलाल चौधरी उपस्थित थे।